tag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post2121204069226444109..comments2024-02-12T14:29:39.696+05:30Comments on Kashish - My Poetry: पितृ प्रेम को शब्द नहीं हैKailash Sharmahttp://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comBlogger36125tag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-1966350953633382842012-06-26T18:10:05.910+05:302012-06-26T18:10:05.910+05:30मन को छूनेवाली रचना।मन को छूनेवाली रचना।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-78889817913662084342012-06-19T18:34:27.114+05:302012-06-19T18:34:27.114+05:30बहुत अच्छी और प्रभावशाली प्रस्तुति...बहुत अच्छी और प्रभावशाली प्रस्तुति...रजनीश तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/10545458923376138675noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-56170644274002941512012-06-19T15:21:24.803+05:302012-06-19T15:21:24.803+05:30बहुत सुन्दर और सटीक पोस्ट।बहुत सुन्दर और सटीक पोस्ट।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-5841234718963160662012-06-19T07:27:30.290+05:302012-06-19T07:27:30.290+05:30माँ की ममता परिभाषित है,
पितृ प्रेम को शब्द नहीं ...माँ की ममता परिभाषित है, <br />पितृ प्रेम को शब्द नहीं है,<br />कितने अश्क छुपे पलकों में, <br />वहां झाँक कर किसने देखा.<br /><br />मन को छूती रचना !!ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-56666959119067861102012-06-18T20:32:37.141+05:302012-06-18T20:32:37.141+05:30मन छूती सुंदर रचना ,बेहतरीन भावभिव्यक्ति.....मन छूती सुंदर रचना ,बेहतरीन भावभिव्यक्ति.....udaya veer singhhttps://www.blogger.com/profile/14896909744042330558noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-53897406917563868152012-06-18T19:05:22.087+05:302012-06-18T19:05:22.087+05:30मन छू लेने वाली कविता .
सादर .मन छू लेने वाली कविता .<br /><br />सादर .Meeta Panthttps://www.blogger.com/profile/12779276657208706061noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-13839714533905330302012-06-18T18:42:02.038+05:302012-06-18T18:42:02.038+05:30बहुत सुन्दर रचना ,मन भर आया कैलाशजी...सच है..माँ ...बहुत सुन्दर रचना ,मन भर आया कैलाशजी...सच है..माँ के आंसू सबने देखे, <br />दर्द पिता का किसने देखा.....बहुत सुन्दर..Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-66116131240184801072012-06-18T18:01:06.353+05:302012-06-18T18:01:06.353+05:30एक लड़की के लिए ...उसके पिता का महत्व कोई हम से पूछ...एक लड़की के लिए ...उसके पिता का महत्व कोई हम से पूछे ...<br /><br />इस रचना ने दिल को छू लियाAnju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-83322106067831084832012-06-18T15:22:34.700+05:302012-06-18T15:22:34.700+05:30दर्द छुपा कर बोझ उठाया,
झुकने दिया नहीं कन्धों...दर्द छुपा कर बोझ उठाया, <br />झुकने दिया नहीं कन्धों को,<br />कोई रख दे हाथ प्यार से, <br />इन्हें तरसते किसने देखा....<br /><br />वाह .. पिता के दिल कों खोल के रख दिया आपने ... सच में पिता के त्याग कों कोई देखता नहीं पर वो किसी से कम नहीं है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-47039275928699942962012-06-18T14:46:09.828+05:302012-06-18T14:46:09.828+05:30बड़ी ईमानदारी से पिता के दर्द को अभिव्यक्ति दी है आ...बड़ी ईमानदारी से पिता के दर्द को अभिव्यक्ति दी है आपने ! पिता चूँकि अपने दर्द को दिखाते नहीं हैं उनकी पीड़ा अनदेखी अनसुनी ही रह जाती है ! आपने बड़ी संवेदनशीलता के साथ उसे उकेरा है ! बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-19008917612162468502012-06-18T13:30:06.165+05:302012-06-18T13:30:06.165+05:30बहुत सुन्दर.............
जी भर आया.
पिता के प्यार ...बहुत सुन्दर.............<br />जी भर आया.<br />पिता के प्यार को अक्सर बेटे समझते नहीं और अनदेखा करते हैं....<br />मगर हम बेटियाँ नहीं...<br /><br />सादरANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-89272785959527928042012-06-18T12:03:11.806+05:302012-06-18T12:03:11.806+05:30दर्द छुपा कर बोझ उठाया,
झुकने दिया नहीं कन्धों...दर्द छुपा कर बोझ उठाया, <br />झुकने दिया नहीं कन्धों को,<br />कोई रख दे हाथ प्यार से, <br />इन्हें तरसते किसने देखा.<br />भावमय करते शब्द ... आभारसदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-85073929925172626502012-06-18T10:50:21.300+05:302012-06-18T10:50:21.300+05:30सच कहा आपने. पिता के प्यार को अक्सर अनदेखा किया जा...सच कहा आपने. पिता के प्यार को अक्सर अनदेखा किया जाता हैOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-88461151188362396672012-06-18T10:46:17.823+05:302012-06-18T10:46:17.823+05:30बहोत अच्छा लगा पढके
7 C's सफलता केबहोत अच्छा लगा पढके <br /><br /><a href="http://hindiduniablog.blogspot.in/" rel="nofollow">7 C's सफलता के</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-54378632955769014212012-06-18T10:00:44.226+05:302012-06-18T10:00:44.226+05:30कालजयी रचना सदैव नवीनता से भर देती है.. हृदयस्पर्श...कालजयी रचना सदैव नवीनता से भर देती है.. हृदयस्पर्शी रचना..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-79804558068822781352012-06-18T08:10:10.618+05:302012-06-18T08:10:10.618+05:30इस अंतरस्पर्शी रचना के लिए सादर नमन स्वीकारे....इस अंतरस्पर्शी रचना के लिए सादर नमन स्वीकारे....S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-61015891324840694362012-06-18T07:03:23.684+05:302012-06-18T07:03:23.684+05:30**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**...**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**<br />~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~<br />*****************************************************************<br /><b><i> बेहतरीन रचना <a href="http://lalitdotcom.blogspot.in/2012/06/blog-post_18.html" rel="nofollow"><br /><br />केरा तबहिं न चेतिआ, </a>जब ढिंग लागी बेर</i></b><br /><br /><br /><b><i> ♥ आपके ब्लॉग़ की चर्चा ब्लॉग4वार्ता पर ! ♥<br /><a href="http://blog4varta.blogspot.in/2012/06/4_18.html" rel="nofollow"><br />♥ संडे सन्नाट, खबरें झन्नाट♥</a></i></b><br /><br />♥ शुभकामनाएं ♥ <br /> ब्लॉ.ललित शर्मा <br />**************************************************<br />~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~<br />**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-81230683727387995392012-06-18T06:24:16.331+05:302012-06-18T06:24:16.331+05:30माँ के आंसू सबने देखे , दर्द पिता का किसने देखा .....माँ के आंसू सबने देखे , दर्द पिता का किसने देखा ...<br />सच ही , पिता का प्रेम और दर्द अनदेखा ही रह जाता है !<br />अच्छी कविता !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-74607856778574131402012-06-18T05:47:18.750+05:302012-06-18T05:47:18.750+05:30विस्मृत हो जायें कटु यादें,
मंजिल पर जाने से पहल...विस्मृत हो जायें कटु यादें, <br />मंजिल पर जाने से पहले,<br />हो जायें ये साफ़ हथेली, <br />मिट जायें रिश्तों की रेखा.<br />दिल को छू गई .... एक<br />पिता की पिता पर रचना ....विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-68741230179894918512012-06-18T05:22:17.352+05:302012-06-18T05:22:17.352+05:30पिता को समर्पित बेहतरीन रचना !
...अक्सर पिता का प...पिता को समर्पित बेहतरीन रचना !<br /><br />...अक्सर पिता का प्यार अनदेखा होता.है.संतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-42194311031555535542012-06-18T00:47:59.845+05:302012-06-18T00:47:59.845+05:30पिता पर आपकी यह रचना भाव विह्वल कर गयीपिता पर आपकी यह रचना भाव विह्वल कर गयीसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-6736042219997505262012-06-18T00:10:26.179+05:302012-06-18T00:10:26.179+05:30पिता आकाश है,उसके बिना कैसे अंकुरित होगी ,हवा-धूप ...पिता आकाश है,उसके बिना कैसे अंकुरित होगी ,हवा-धूप को तरस मुरझ जायेगी नन्हीं कोंपल !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-22333961742550518052012-06-17T23:46:57.884+05:302012-06-17T23:46:57.884+05:30माँ की ममता परिभाषित है,
पितृ प्रेम को शब्द नह...माँ की ममता परिभाषित है, <br />पितृ प्रेम को शब्द नहीं है,<br />कितने अश्क छुपे पलकों में, <br />वहां झाँक कर किसने देखा.<br /><br />मन छूती सुंदर रचना,,,,बेहतरीन भावअभिव्यक्ति,,,,<br /><br />RECENT POST <a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/06/blog-post_15.html#comment-form" rel="nofollow"> ,,,,,पर याद छोड़ जायेगें,,,,, </a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-46332280721818914272012-06-17T22:27:47.408+05:302012-06-17T22:27:47.408+05:30दर्द छुपा कर बोझ उठाया,
झुकने दिया नहीं कन्धों...दर्द छुपा कर बोझ उठाया, <br />झुकने दिया नहीं कन्धों को,<br />कोई रख दे हाथ प्यार से, <br />इन्हें तरसते किसने देखा. मन को छू लियाMamta Bajpaihttps://www.blogger.com/profile/00085992274136542865noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-656664819046369289.post-44298833801093047222012-06-17T20:58:03.534+05:302012-06-17T20:58:03.534+05:30पिता सदा पृष्ठभूमि ही बने रहते हैं ....हृदयस्पर्शी...पिता सदा पृष्ठभूमि ही बने रहते हैं ....हृदयस्पर्शी डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.com