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Friday, July 13, 2012

खामोशी की जुबां (ब्लॉग जगत में २ वर्ष)

अमर प्रेम के ऐतिहासिक प्रतीक
ताज महल की प्रष्ठभूमि में,
भीगते मेघ की बूंदों से
जब पकड़ कर तुम्हारी मादक हथेली
खींचीं थीं कुछ काल्पनिक लकीरें
अपनी किस्मत की,
कितने जग गये थे स्वप्न
रुत हो गयी और मनभावन,
हो न पाया दिल
मुखर चाह कर भी,
पर निगाहें बन गयीं
खामोशी की जुबां.

बारिस अब भी होती है
हवायें अब भी गुनगुनाती हैं
प्रीत के मधुर गीत,
लेकिन तुम्हारी स्मृतियों में डूबा
नहीं करता मन मयूर नृत्य,
ढूँढता है काले बादलों में
एक सलोना चेहरा
जिसे देख बजने लगती थी
मृदंग कभी दिल में.
बारिस की गिरती बूंदें
नहीं अब गुदगुदाती
हथेलियों को.

आज अकेलेपन के सन्नाटे में
ढूँढता हूँ वह हाथ
जहाँ खींची क्षणिक लकीरें
नहीं बन पायीं नियति मेरी
और ढक गयीं
किसी और के नाम की मेंहदी से.


ब्लॉग जगत में दो वर्ष 


१३ जुलाई, २०१२ को यह ब्लॉग २ वर्ष का हो गया. इसका श्रेय जाता है आप सब के सहयोग, समर्थन, स्नेह और प्रोत्साहन को.

कुल प्रविष्टियाँ :                   139 
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आपके स्नेह और प्रोत्साहन का आभारी हूँ और आशा है कि आगे भी आपका स्नेह, समर्थन और प्रोत्साहन इसी तरह मिलता रहेगा.


कैलाश शर्मा 

44 comments:

  1. सबसे पहले तो ब्‍लॉग के दो वर्ष पूर्ण होने पर आपको बहुत-बहुत बधाई ...
    भावमय करती शब्‍द रचना ... आभार

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  2. बहुत प्यारी रचना.....
    और ब्लॉग के २ वर्ष पूरा होने की बधाई.....
    यूँ ही आपकी उत्कृष्ट रचनाओं को पढ़ने का सौभाग्य मिलता रहे ऐसी कामना है.

    शुभकामनाएं.
    सादर
    अनु

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  3. बहुत-बहुत बधाई!
    सादर!

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  4. ब्‍लॉग के दो वर्ष पूर्ण होने पर आपको बहुत-बहुत बधाई

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  5. ब्‍लॉग के दो वर्ष पूर्ण होने पर आपको बहुत-बहुत बधाई...आपकी रचनाओं का खूबसूरत सिलसिला चलता रहे यही कामना है.. सुन्दर काव्यरचना के लिए आभार

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  6. बहुत बधाई दो वर्ष पूर्ण होने पर ...!
    रचना भी बहुत सुंदर है ...!...

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  7. शुभकामनायें सर जी ।।

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  8. आदरणीय आपको बहुत-बहुत बधाई.... आपकी रचनाएँ सदैव मुझे प्रेरित करती हैं.

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  9. ब्लॉग के दो वर्ष पूरे होने पर बधाई और शुभकामनायें ...

    सुंदर प्रस्तुति

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  10. बारिस अब भी होती है
    हवायें अब भी गुनगुनाती हैं
    प्रीत के मधुर गीत,
    लेकिन तुम्हारी स्मृतियों में डूबा
    नहीं करता मन मयूर नृत्य,
    ढूँढता है काले बादलों में
    एक सलोना चेहरा
    जिसे देख बजने लगती थी
    मृदंग कभी दिल में.
    बारिस की गिरती बूंदें
    नहीं अब गुदगुदाती
    हथेलियों को... बेहद संवेदनशील ....... इसी तरह वर्ष जुड़ते रहें

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  11. बहुत बहुत बधाई सर!


    सादर

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  12. बहुत बहुत बधाई.....


    jai baba banaras...

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  13. बहुत सुंदर रचना सर....
    दो वर्ष पूर्ण करने पर सादर बधाइयाँ स्वीकारें....
    सकारात्मक सृजन के, बीत गए दो वर्ष।
    रचना पथ सजता रहे, नित पाये उत्कर्ष॥

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  14. बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएँ!
    आपकी प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार (14-07-2012) के चर्चा मंच पर लगाई गई है!
    चर्चा मंच सजा दिया, देख लीजिए आप।
    टिप्पणियों से किसी को, देना मत सन्ताप।।
    मित्रभाव से सभी को, देना सही सुझाव।
    शिष्ट आचरण से सदा, अंकित करना भाव।।

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  15. बहुत सुंदर कविता...
    दो वर्ष पूरे हो गए...ढेरों बधाइयाँ...शुभकामनाएँ !!!
    सादर

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  16. दो साल पूरा करने की बधाई :-)

    कविता बिलकुल स्वाभाविक है !

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  17. दो साल पूरा करने की, लीजिए आज बधाई
    इसी तरह लिखते रहे ,सुन्दर सी रचना पाई,,,,,,

    बहुत सुंदर प्रस्तुति,,,,

    RECENT POST...: राजनीति,तेरे रूप अनेक,...

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  18. प्यारी रचना और ब्लॉग के २ वर्ष पूरा होने की बधाई.....

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  19. बहूत सुंदर मनभावन रचना..
    बहुत बहुत बधाई आपको
    :-)

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  20. बेहतरीन पंक्तियाँ ....हार्दिक बधाई....शुभकामनायें

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  21. दो साल पूरा करने के लिए बधाई एवं शुभकामनाएँ आपको !!
    आपकी यह रचना भी काफी सुंदर एवं दिल को छू लेने वाली है...
    अंतिम पंक्तियों में मन की व्यथा और वेदना अपने चरम पर दिखती हैं .... सुंदर !!

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  22. अच्छी रचना और ब्लॉग जगत में दो वर्ष पूरे होने पर बधाई हो...

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  23. सर सुंदर कविता और दो वर्ष होने पर विशेष शुभकामनाएं |

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  24. बहुत सुन्दर रचना.......!!

    ब्लॉग जगत में दो बर्ष बिताने पर आपको बधाईयाँ.....!!

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  25. सफल ब्लागिंग के 2 वर्ष पूरे होने पर बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं।

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  26. ब्‍लॉग के दो वर्ष पूर्ण होने पर आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं और बधाई ..बहुत सुन्दर प्रस्तुति..आभार

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  27. सुन्दर कविता और दो वर्ष पूरे होने पर बधाई

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  28. आज अकेलेपन के सन्नाटे में
    ढूँढता हूँ वह हाथ
    जहाँ खींची क्षणिक लकीरें
    नहीं बन पायीं नियति मेरी
    और ढक गयीं
    किसी और के नाम की मेंहदी से.
    Wah!
    Blog jagat me do saal bahut mubarak hon! Bahut badhiya lekhan hai aapka.....khuda barqaraar rakhe!

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  29. बहुत बहुत बधाई ....

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  30. आप के लेखन का लाभ हमें सदा मिलता रहे, यही ईश्वर से प्रार्थना है।

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  31. आप सदा सुन्दर सृजन से हमें आनंदित करते रहें..

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  32. ब्‍लॉग के दो वर्ष पूर्ण होने पर आपको बहुत-बहुत बधाई

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  33. बहुत बहुत शुभकामनायें ब्लॉग की दूसरी वर्षगांठ पर.

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  34. बहुत बहुत बधाई दो वर्ष पूरे होने की ... ये खूबसूरत रचनाओं का सफर यूं ही कहता रहे ... आमीन ...

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  35. postingan yang bagus tentang"खामोशी की जुबां (ब्लॉग जगत में २ वर्ष)"

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  36. बहुत बहुत शुभकामनायें।

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  37. ब्लागिंग के सफलतापूर्वक 2 वर्ष पूर्ण होने की हार्दिक शुभकामनाएं आगे में निरंतर आप अग्रसर बने रहे यही हार्दिक शुभकामना है ..
    सादर

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  38. ब्लागिंग जगत के सफलतापूर्वक 2 वर्ष पूर्ण होने की हार्दिक शुभकामनाएं आगे भी इसी प्रकार निरंतर मुखरित एवं अग्रसर बने रहे आप हार्दिक शुभ कामनाएं ..
    आज अकेलेपन के सन्नाटे में
    ढूँढता हूँ वह हाथ
    जहाँ खींची क्षणिक लकीरें
    नहीं बन पायीं नियति मेरी
    और ढक गयीं
    किसी और के नाम की मेंहदी से.
    प्रेम में विछोह की टीस को अभिव्यक्त करती एक कोमल अभिव्यक्ति ..
    सादर !!!

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  39. ब्‍लॉग के दो वर्ष पूर्ण होने पर आपको बहुत-बहुत बधाई
    ब्‍लॉग के दो वर्ष पूर्ण होने पर आपको बहुत-बहुत बधाई

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  40. congratulations...beautiful poetry!!

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