Pages

Wednesday, April 11, 2012

हाइकु

   (१)
अकेला मन
रिश्तों का समंदर
ढूंढे साहिल.


   (२)
चलते रहे
बिना परवाह के
मिली मंज़िल.


   (३)
कठिन राह
सपने भी अधूरे
रुकना नहीं.


   (४)
जीवन राह
गहन है अँधेरा
दीप जलाओ.


   (५)
लंबा सफ़र
सुनसान डगर
कितना चलें.
  
   (६)
राह थी सही
लिया गलत मोड़
भटक गये.


  (७)
चलें तो सही
मिल जायेगी कभी
नयी मंजिल.


कैलाश शर्मा

49 comments:

  1. खूबसूरत ........

    ReplyDelete
  2. हाइकु में जाल बिछाया
    अभिव्यक्ति की मछलियाँ मिली ....

    ReplyDelete
  3. हाइकु में जाल बिछाया
    अभिव्यक्ति की मछलियाँ मिली ....

    ReplyDelete
  4. बहुत सुंदर ..........

    जीवन राह
    गहन है अँधेरा
    दीप जलाओ.

    लाजवाब!!!
    सादर.

    ReplyDelete
  5. वाह सभी के सभी सुन्दर है ।

    ReplyDelete
  6. वाह .... सभी हाइकु ज़िंदगी को जीने की कला सीखते हुये ... सुंदर प्रस्तुति

    ReplyDelete
  7. चलें तो सही
    मिल जायेगी कभी
    नयी मंजिल.

    वाह ...बहुत बढिया

    ReplyDelete
  8. सब हाइकु सुंदर हैं...
    इनपर हाइगा भी बने हुए हैं.

    ReplyDelete
  9. चलें तो सही
    मिल जायेगी कभी
    नयी मंजिल.

    लाजवाब... आभार

    ReplyDelete
  10. बिना परवाह के चलते रहे..

    ReplyDelete
  11. ऊर्जा और अर्थ से भरी तीन पंक्तियाँ

    ReplyDelete
  12. राह थी सही
    लिया गलत मोड़
    भटक गये.

    एक और गलत मोड़ शायद फिर सही राह पर ला दी
    बहुत खूबसूरत

    ReplyDelete
  13. सही है |

    उत्कृष्ट प्रस्तुति

    आभार ||

    ReplyDelete
  14. सभी हाइकु सुंदर........

    ReplyDelete
  15. यह बहुत कुछ कह जाती हैं संक्षेप में |बहुत अच्छे हाइकू

    ReplyDelete
  16. बहुत ही गहरे और सुन्दर भावो को सजाया है आपने.....

    ReplyDelete
  17. सभी हाइकु बहुत भावपूर्ण और सुन्दर हैं...

    ReplyDelete
  18. बेहतरीन भाव पुर्ण हाइकू ,बहुत सुंदर कोमल अभिव्यक्ति,लाजबाब प्रस्तुति,....

    RECENT POST...काव्यान्जलि ...: यदि मै तुमसे कहूँ.....
    RECENT POST...फुहार....: रूप तुम्हारा...

    ReplyDelete
  19. जीवन राह
    गहन है अँधेरा
    दीप जलाओ.

    Jeevan se jude sunder Haiku....

    ReplyDelete
  20. छोटी बातें,बड़ी नसीहत !

    ReplyDelete
  21. चलें तो सही
    मिल जायेगी कभी
    नयी मंजिल...........waah sabhi hayuk ek se badhkar ek . hardik badhai

    ReplyDelete
  22. राह थी सही
    लिया गलत मोड़
    भटक गये.
    bahut umda haaiku ek se badhkar ek.

    ReplyDelete
  23. आपकी पोस्ट चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
    कृपया पधारें
    http://charchamanch.blogspot.in/2012/04/847.html
    चर्चा - 847:चर्चाकार-दिलबाग विर्क

    ReplyDelete
  24. सर, ये "हाइकू" क्या होता है?? मेरा मतलब, इसमें भाव संयोजन और पंक्तिबद्धता को कैसे परिभाषित करते हैं?

    Please Reply,

    धन्यवाद :)

    ReplyDelete
    Replies
    1. हाइकु जापानी साहित्य की एक विधा है. संक्षिप्त में कहा जाये तो हाइकु १७ अक्षर की एक छोटी कविता है जिसकी पहली और तीसरी पंक्ति में ५ और दूसरी पंक्ति में ७ अक्षर होते हैं. संयुक्त अक्षर को १ अक्षर माना जाता है.

      Delete
  25. चलें तो सही
    मिल जायेगी कभी
    नयी मंजिल.

    अनुपम भाव लिए सुंदर हाइकू ...बेहतरीन पोस्ट .

    MY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: आँसुओं की कीमत,....

    ReplyDelete
  26. वाह ...जिंदगी के प्रति बेहद सटीक हाइकु ...

    ReplyDelete
  27. चलें तो सही
    मिल जायेगी कभी
    नयी मंजिल.

    बहुत खूब.....!

    ReplyDelete
  28. JEEVAN CHALNE KA NAM,CHAL KAR HI PAOOGE NAM.MAT BHOOLO KI CHALNA HI ZINDAGI HAE
    SABHI RACHNAYE ACHHI, BHAV PURNA

    ReplyDelete
  29. reading haikus in hindi first time..
    all of them were powerful... conveying a lot in very lil words

    ReplyDelete
  30. कुछ अलग और असरदार ...
    शुभकामनायें भाई जी !

    ReplyDelete
  31. जीवन दर्शन से जुड़े सुंदर हाइकु!

    ReplyDelete
  32. अकेला मन
    रिश्तों का समंदर
    ढूंढे साहिल.

    सभी एक से बढ़कर एक

    ReplyDelete
  33. कठिन राह
    सपने भी अधूरे
    रुकना नहीं.
    कर्म के लिए प्रेरित करती अच्छी पंक्तियां।

    ReplyDelete
  34. जीवन के लिये सदा प्रासंगिक.

    ReplyDelete
  35. सभी हाइकू एक से बढ़ के एक ... आशावादी विचार लिए ..

    ReplyDelete
  36. चलें तो सही
    मिल जायेगी कभी
    नयी मंजिल.
    जीवन के प्रति सकारात्मक भाव ,जोश समेटे हाइकु .

    ReplyDelete
  37. सभी क्षणिकायें किसी न किसी सत्य को उजागर करतीं...सुंदर !

    ReplyDelete