Tuesday, March 06, 2012

होली के रंग

नहीं अच्छा लगता 
लगवाना चहरे पर
हरे, पीले, लाल फ़ीके रंग,
जो रंग देते हैं 
केवल तन को
और रह जाता है अंतर्मन
बिलकुल कोरा.


दूरियाँ हैं केवल तन की
पर मन कहाँ मानता 
इन दूरियों को,
मनाता है अब भी होली
बैठ कर अकेले कमरे में.


ले आती हैं 
तुम्हारी यादें
अनेक रंग चहरे पर 
और मन जाती है होली
मेरी तुम्हारे साथ. 


होली की हार्दिक शुभकामनाएं. 


(अपने भोपाल प्रवास की वजह से कुछ समय से मैं अपने मित्रों के ब्लॉग पर नहीं जा पा रहा हूँ, जिसके लिये क्षमा प्रार्थी हूँ.)


कैलाश शर्मा 

41 comments:

  1. ले आती हैं
    तुम्हारी यादें
    अनेक रंग चहरे पर
    और मन जाती है होली
    मेरी तुम्हारे साथ.
    Bahut,baht sundar!
    Holi kee anek shubh kamnayen!

    ReplyDelete
  2. "और मन जाती है होली
    मेरी तुम्हारे साथ"

    दिल को छूती पंक्‍तियाँ।

    ReplyDelete
  3. स्मृति रंग भर जाती है..

    ReplyDelete
  4. अच्छी प्रस्तुति,सुंदर भाव अभिव्यक्ति....
    होली की बहुत२ बधाई शुभकामनाए...
    RECENT POST...काव्यान्जलि ...रंग रंगीली होली आई,

    ReplyDelete
  5. बहुत बढ़िया अभिव्यक्ति....
    होली की आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनायें!

    ReplyDelete
  6. सुन्दर रचना ... होली की शुभकामना ...

    ReplyDelete
  7. bahut bhaavnapradhan rachna holi ki shubhkamnayen.

    ReplyDelete
  8. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    रंगों की बहार!
    छींटे और बौछार!!
    फुहार ही फुहार!!!
    होली का नमस्कार!
    रंगों के पर्व होलिकोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ!!!!

    ReplyDelete
  9. आपके होली के रंग बहुत ही सुहावने लगे.
    होली की आपको व् समस्त जन को हार्दिक शुभकामनाएँ.

    ReplyDelete
  10. नहीं अच्छा लगता
    लगवाना चहरे पर
    हरे, पीले, लाल फ़ीके रंग,
    जो रंग देते हैं
    केवल तन को
    और रह जाता है अंतर्मन
    बिलकुल कोरा

    सोचने योग्य बात ...

    होली की आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनायें!

    ReplyDelete
  11. बहुत ही गहरे रंगों और सुन्दर भावो को रचना में सजाया है आपने.....

    ReplyDelete
  12. बहुत प्यारी अभिव्यक्ति....
    होली की आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनायें!!!
    सादर

    ReplyDelete
  13. होली की शुभकामनायें .....हैप्पी होली....

    ReplyDelete
  14. हरे, पीले, लाल फ़ीके रंग,
    जो रंग देते हैं
    केवल तन को
    और रह जाता है अंतर्मन
    बिलकुल कोरा..बहुत सुन्दर, कभी कभी व्यक्ति भीड़ में भी तन्हा महसूस करता है.

    ReplyDelete
  15. होली अब ऐसे ही लगती है,
    तन से ज़्यादा मन को रंगती है !

    ReplyDelete
  16. सुन्दर प्रस्तुति |

    होली है होलो हुलस, हुल्लड़ हुन हुल्लास।
    कामयाब काया किलक, होय पूर्ण सब आस ।।

    ReplyDelete
  17. होली की शुभकामनायें...

    ReplyDelete
  18. **♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**
    ~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~
    *****************************************************************
    ♥ होली ऐसी खेलिए, प्रेम पाए विस्तार ! ♥
    ♥ मरुथल मन में बह उठे… मृदु शीतल जल-धार !! ♥



    आपको सपरिवार
    होली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !
    - राजेन्द्र स्वर्णकार
    *****************************************************************
    ~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~^~
    **♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**♥**

    ReplyDelete
  19. होली और ऐसी उदासी ... रंगों के रंग में उतार दिजिय ...
    आपको और परिवार में सभी को होली की शुभ कामनाएं ...

    ReplyDelete
  20. यादों के रंग कभी फीके नहीं होते!

    ReplyDelete
  21. यादो के संग
    होली के रंग
    दिल पर और गहरे
    हो जायेंगे ...


    होली की शुभकामनएं

    ReplyDelete
  22. बहुत समयानुकूल रचना |होली पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
    आशा

    ReplyDelete
  23. ले आती हैं तुम्हारी यादें
    अनेक रंग चहरे पर...

    होली की हार्दिक शुभकामनाएँ !

    ReplyDelete
  24. होली की लख -लख बधाईयाँ , सुखी समृद्ध सरस गरिमामयी होली की कामना ,शुभकामना ......./

    ReplyDelete
  25. भावपूर्ण प्रस्तुति...होली की हार्दिक शुभकामनाएँ !

    ReplyDelete
  26. बहुत ही बढ़िया

    आपको होली की सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएँ।

    सादर

    ReplyDelete
  27. ये भी तो होली ही है.. सुन्दर लिखा है..

    ReplyDelete
  28. ले आती हैं तुम्हारी यादें
    अनेक रंग चहरे पर...
    बहूत सुंदर भाव...सुंदर प्रस्तुती..
    होली पर्व कि ढेर सारी शुभ कामनाये

    ReplyDelete
  29. बहुत सुंदर अभिव्यक्ति...
    आपको सपरिवार होली की शुभकामनाएँ!

    ReplyDelete
  30. जीवन के हज़ारो रंगों को एक में देख लीजिए ........

    ReplyDelete
  31. सुंदर , भावपूर्ण रचना।
    होली की ढेर सारी शुभकामनाएं।

    ReplyDelete
  32. सुंदर प्रस्तुति ....!!
    शुभकामनायें ...

    ReplyDelete
  33. सुंदर , भावपूर्ण रचना।
    होली की ढेर सारी शुभकामनाएं।

    ReplyDelete
  34. lovely lines :)
    Enjoy your stay in Bhopal !!

    ReplyDelete
  35. कविता के भाव मर्म को स्पर्श कर रहे हैं।

    ReplyDelete
  36. ले आती हैं
    तुम्हारी यादें
    अनेक रंग चहरे पर
    और मन जाती है होली
    मेरी तुम्हारे साथ.

    .....bahut sunder ....yah yaaden hi hai jab man me aayi holi ke pyar bhare rango se rang gayi . puri rachna bahut khas lagi dil ko chuti hui .

    happy rangpanchmai aapko aur aapke parivar ko .

    ReplyDelete
  37. आपकी पोस्ट आज की ब्लोगर्स वीकली मीट (३४) में शामिल की गई है /आप आइये और अपने विचारों से हमें अवगत करिए /आप इसी तरह मेहनत और लगन से हिंदी की सेवा करते रहें यही कामना है /आभार /लिंक है
    http://hbfint.blogspot.in/2012/03/34-brain-food.html

    ReplyDelete
  38. दूरियाँ हैं केवल तन की
    पर मन कहाँ मानता
    इन दूरियों को,
    मनाता है अब भी होली
    बैठ कर अकेले कमरे में.
    bahut hi prabhavshali dhang holi khelane bat ...bilkul lajbab prastuti ....badhai sweekaren sharma ji.

    ReplyDelete
  39. अनचाहे दर्द जीवन में कोई कमी को परिभाषित करने में सफल रचना सुन्दर रचना |

    ReplyDelete
  40. नहीं अच्छा लगता
    लगवाना चहरे पर
    हरे, पीले, लाल फ़ीके रंग,
    जो रंग देते हैं
    केवल तन को
    और रह जाता है अंतर्मन
    बिलकुल कोरा= भावपूर्ण रचना। होली की शुभकामनाएँ!

    ReplyDelete