मिल जाता
चंद
लम्हों का अहसास
तुम्हारे
साथ होने का,
गुनगुनाता
तुम्हारे गीत
मेरा
आशियाँ आज भी.
******
ख्वाबों का आशियाँ
अब भी है
बेताब
रात की
तन्हाई में
सुनने को
एक आहट
तुम्हारे कदमों की.
******
अश्क़ भी हैं भूल गए
नयनों से
गिरना,
रह गयीं
सूखी लक़ीरें
तप्त
कपोलों पर
तुम्हारे
इंतज़ार में.
******
मिल जाते पंख
भरने लगता उड़ान
ठहरा हुआ वक़्त,
पाकर तुम्हारा साथ
कुछ पल को.
******
क्यूँ
दिखाए सपने
खुली
आँखों से
ग़र तोड़ना
ही था,
मेरी वफ़ा
का बाँध
बहने भी
नहीं देता
इन्हें
अश्क़ों के साथ.
******
मिल जाते पंख
भरने लगता उड़ान
ठहरा हुआ वक़्त,
पाकर तुम्हारा साथ
कुछ पल को.
कैलाश शर्मा
मैं ही ठहरा सा,मैं ही आकाशगंगा में डुबकियां लेता ........ प्यार तो ब्रह्माण्ड है. है तो भी एक एहसास , टूटने में भी एक एहसास .......प्यार यही है
ReplyDeleteबहुत सुन्दर अभिव्यक्ति | प्यार सिर्फ एक एहसास ही तो है और कुछ नहीं | प्यार निराकार है | सच्चा प्यार सिर्फ महसूस करने से भी अपना एहसास छोड़ जाता है उसके लिए किसी दिखावे और आडम्बर की ज़रुरत नहीं होती | बहुत सार्थक रचना | सादर
ReplyDeleteTamasha-E-Zindagi
Tamashaezindagi FB Page
बहुत सुन्दर , साथ तो साथ ही है चाहे वह दूर ही क्यूँ ना हो जिसे दिन -रात सोचा जाय वह दूर कहाँ ......
ReplyDeleteबहुत ही खूबसूरत प्रस्तुति.
ReplyDeleteआभार रविकर जी...
ReplyDeleteख्वाबों का आशियाँ
ReplyDeleteअब भी है बेताब
रात की तन्हाई में
सुनने को एक आहट
तुम्हारे कदमों की...
बहुत खूब ... उस आहट को शायद मन के कानों से सुना जा सके ...
प्रेम का एहसास ओर प्रतीक्षा का रंग लिए ...
बहुत सुन्दर 1
ReplyDeleteकुछ ठहरा सा,
ReplyDeleteकुछ गहरा सा
्खूबसूरत भावाव्यक्ति
ReplyDeletebadhiya kavita .. gehra sa
ReplyDeleteमिल जाते पंख
ReplyDeleteभरने लगता उड़ान
ठहरा हुआ वक़्त,
पाकर तुम्हारा साथ
कुछ पल को.
अनुपम भाव
सादर
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति .........अश्क़ भी हैं भूल गए
ReplyDeleteनयनों से गिरना,
रह गयीं सूखी लक़ीरें
तप्त कपोलों पर
तुम्हारे इंतज़ार में.
गहन बहुत सुंदर रचना .....
ReplyDeleteआभार ।
प्यार का सिर्फ अहसास किया जा सकता,,,
ReplyDeleteवाह!!!बहुत ही उम्दा अभिव्यक्ति,बधाई कैलाश जी,,,
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खूबसूरत भाव
ReplyDeleteप्यार एक एहसास ही तो है, सुंदर रचना ........
ReplyDeleteमिल जाते पंख
ReplyDeleteभरने लगता उड़ान
ठहरा हुआ वक़्त,
पाकर तुम्हारा साथ
कुछ पल को.
प्यार और उससे जुड़े अनगिनत अहसास. सुंदर भाव लिये खूबसूरत कविता.
प्यार के अहसास का बहुत ही सुन्दर वर्णन....
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति...
:-)
गहरे उतरता शाब्दिक वर्णन....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति . आभार .अरे भई मेरा पीछा छोडो आप भी जानें हमारे संविधान के अनुसार कैग [विनोद राय] मुख्य निर्वाचन आयुक्त [टी.एन.शेषन] नहीं हो सकते
ReplyDeleteगहन भाव!!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर ......
ReplyDeleteसार्थक रचना,गहन भाव, सादर
ReplyDeletebeautiful..
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और सार्थक प्रस्तुति!
ReplyDeleteगहन भाव सुन्दर रचना
ReplyDeleteसभी बहुत सुन्दर.......आखिरी वाला सबसे अच्छा।
ReplyDeleteमिल जाते पंख
ReplyDeleteभरने लगता उड़ान
ठहरा हुआ वक़्त,
पाकर तुम्हारा साथ
कुछ पल को...................अत्यन्त प्रेममय।
वा ह..
ReplyDeleteकुछ अलग सी
बहुत ही खूबसूरत एहसास !
ReplyDeleteकोमलता से परिपूर्ण....प्यार की अति-सुंदर परिभाषा...
~सादर!!!
मन के कोमलतम भावों की सुन्दरतम अभिव्यक्ति !
ReplyDeleteबहुत ही कोमल....
ReplyDeleteअनुभूति के स्तर पर भाव और अर्थ दोनों को पंख लग गए हैं .गहन गुरु गंभीर भाव की सघन अभिव्यक्ति .शुक्रिया आपकी टिप्पणियों का भाईजान .
ReplyDeleteएहसासों से भरी सुन्दर रचना ...
ReplyDeleteख्वाबों का आशियाँ
ReplyDeleteअब भी है बेताब
रात की तन्हाई में
सुनने को एक आहट
तुम्हारे कदमों की.
सुन्दर भाव चित्र .
सुन्दर एहसासों का सुन्दर आशियाँना
ReplyDeletethahara hua waqt , .bahut kuch maun shabdo me abhivyakti deta hai , chupe huye eahsaas ,bayan nahi ho sakte , thahare huye waqt dubaara nahi aata . .....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteवो जो तसव्वुर में चले आते हैं ,
ReplyDeleteउम्र सारी यूं ही तड़पाते हैं .
बिना पद चाप की आहट लिए ,
गाहे बगाहे खाब में चले आते है .
शुक्रिया आपकी टिपण्णी का .
गहन अनुभूति... ठहरा हुआ वक़्त. बहुत शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteअश्क़ भी हैं भूल गए
ReplyDeleteनयनों से गिरना,
रह गयीं सूखी लक़ीरें
तप्त कपोलों पर
तुम्हारे इंतज़ार में-----bahut sunder
शुक्रिया कैलाश जी . मेरी कविता को पसंद करने के लिए
ReplyDeleteआपकी ये कविता पढ़ी . बहुत सुन्दर लिखा है .. बधाई स्वीकार करिए
प्रेम के कई dimensions को आपने शब्दों के द्वारा बहुत अच्छी तरह व्यक्त किया है .
विजय
www.poemsofvijay.blogspot.in
उम्दा, बेहतरीन अभिव्यक्ति...बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteवो है ...वो नही फिर भी रहता है साथ .......यही है एहसास .....
ReplyDeleteचाहत भरे भाव....कोमल से...
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