(१)
स्त्री का सम्मान
पुरुषत्व की शान
कब जानोगे?
(२)
नारी दिवस
तब बने सार्थक
रोज़ दो मान.
तब बने सार्थक
रोज़ दो मान.
न होती जो माँ
कहाँ होता अस्तित्व,
वह भी है स्त्री.
नहीं अबला
आज की यह नारी,
कल से डरो.
(५)
नारी का मान
बनाता घर स्वर्ग
आज़मा देखो.
(६)
आने दो बेटी
करोगे महसूस
क्या होता प्यार.
(७)
न हो दोषी माँ
बेटी के होने पर
आये वो दिन.
कैलाश शर्मा
Bahut sundar ! Mahila Divas par utkrishth haaiku !
ReplyDeleteनारी का मान
ReplyDeleteबनाता घर स्वर्ग
आज़मा देखो... आँगन की शोभा उसी से है
सभी हाइकु एक से बढ़कर कर ...
ReplyDeleteआभार इस उत्कृष्ट प्रस्तुति के लिये
सुन्दर प्रस्तुति आदरणीय-
ReplyDeleteआने दो बेटी
ReplyDeleteकरोगे महसूस
क्या होता प्यार.
उत्कृष्ट प्रस्तुति के लिये आभार
न होती जो माँ
ReplyDeleteकहाँ होता अस्तित्व,
वह भी है स्त्री.
इस सत्य को वे भूल चुके हैं क्योंकि नारी के प्रति सम्मान उनके मन में रहा ही नहीं है, नहीं तो रोज उसके अपमानित किये जाने के किस्से सामने न होते . सारे हाईकू बहुत ही सटीक और सार्थक है .
हृदय से निकले उद्गार
ReplyDeleteआने दो बेटी
ReplyDeleteकरोगे महसूस
क्या होता प्यार.....Achhe sundar hardya ke udgar
बहुत अच्छे... भावपूर्ण, अर्थपूर्ण हाईकु !
ReplyDelete~सादर!!!
न होती जो माँ
ReplyDeleteकहाँ होता अस्तित्व................मर्मपूर्ण रचना।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर बहुत उम्दा लाजबाब हाइकू,,,,
ReplyDeleteRecent post: रंग गुलाल है यारो,
न हो दोषी माँ
ReplyDeleteबेटी के होने पर
आये वो दिन.
सार्थक हाइकू ....
मन को छू लेने वाले सार्थक हाइकु
ReplyDeleteमर्मस्पर्शी भाव लिए हाइकु
ReplyDeleteaaj aapke haiku dekhne ka mauka mila / nc sr
ReplyDeleteमहिला दिवस पर सुन्दर हाइकू,धन्यबाद.
ReplyDeleteबेटी का जन्म?
ReplyDeleteविज्ञान उत्तर देता है-
निर्णायक पुरुष ही !
बहुत सुन्दर हाइकु प्रतिभा जी...आभार
Deleteनारी दिवस
ReplyDeleteतब बने सार्थक
रोज़ दो मान...
सार्थक भाव लिए लाज़वाब हाइकू... आभार
उत्कृष्ट हाइकू ..
ReplyDeleteहर एक हाईकू सुन्दर ...
ReplyDeleteउत्कृष्ट हाइकू
ReplyDeletelatest postमहाशिव रात्रि
latest postअहम् का गुलाम (भाग एक )
sundar hayaku.. abhar
ReplyDeleteमहिला दिवस पर शानदार हायकू.
ReplyDeleteमहाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ.
waah mahilaon ko naman
ReplyDeletesaari behtareen haiku...
wonderfully written Haiku..Kailash sharmaji I liked the first one the most Woman's honor Pride of masculinity.. Mahashivarathri Blessings GOD<3U
ReplyDeleteएक से बढ़कर एक हाइकू..आभार! सचमुच बेटी की माँ होना अब बहुत जगह गर्व की बात है..
ReplyDeleteमहिला दिवस पर बडे प्यारे हाइकू ।
ReplyDeleteबहुत सुंदर .बेह्तरीन अभिव्यक्ति !शुभकामनायें.
ReplyDeletetoo good -***
ReplyDeletebahut hi umda! bdhai aap ko !
ReplyDeleteसार्थक ... सभी हाइकू सुन्दर ओर सही सन्देश लिए ...
ReplyDeleteन होती जो माँ
ReplyDeleteकहाँ होता अस्तित्व,
वह भी है स्त्री.
.......सभी हाइकू विचारणीय
ReplyDeleteउत्कृष्ट प्रस्तुति शुक्रिया आपकी टिपण्णी का .सौद्देश्य हाइकू ,बढ़िया सन्देश देते हैं .
वाह बहुत बढ़िया..आभार
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