आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि- आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल रविवार (25-09-2016) के चर्चा मंच "शिकारी और शिकार" (चर्चा अंक-2476) पर भी होगी! हार्दिक शुभकामनाओं के साथ- डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
नहीं है अंतर गरीब या अमीर में संवेदनहीनता की कसौटी पर इंसानियत मन से आती है , दिल से आती है , सोच से आती है , किसी के दर्द को महसूस करने से आती है , गरीब अमीर का कोई भेद नही इसमें !! लेकिन हम किधर जा रहे हैं ये सोचना जरुरी हो जाता है ? सार्थक पोस्ट शर्मा जी
दफ्न हैं अहसास
ReplyDelete------------------------ कटु सत्य
सटीक ।
ReplyDeleteआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि- आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल रविवार (25-09-2016) के चर्चा मंच "शिकारी और शिकार" (चर्चा अंक-2476) पर भी होगी!
ReplyDeleteहार्दिक शुभकामनाओं के साथ-
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
आभार...
Deleteओह, अत्यंत दुखद।
ReplyDeleteबिलकुल अक्षरशः सत्य उकेर दिया आपने अपनी कविता में |
ReplyDeleteचिंतनीय स्थिति ! सार्थक सृजन !
ReplyDeleteसटीक रचना
ReplyDeleteनहीं है अंतर गरीब या अमीर में
ReplyDeleteसंवेदनहीनता की कसौटी पर.
...सच कहा आपने इसमें कोई भेद नहीं नज़र आता आज के समय में
संवेदनहीनता की पराकाष्ठा हो गयी है । सटीक
ReplyDeleteसंवेदनहीनता की पराकाष्ठा हो गयी है । सटीक
ReplyDeleteसटीक रचना....
ReplyDeleteदुर्भाग्यपूर्ण..संवेदना ही तो मानव को मानव बनाती है
ReplyDeleteआधुनिक मानव की यही पहचान है ।
ReplyDeleteओह....बहुत ही दर्दनाक !
ReplyDeleteसमाज में बढ़ती संवेदनहीनता अत्यंत चिंता का विषय है ।
अत्यंत दुखद.
ReplyDeleteवाकई आजकल संवेदनाएं मर गयी है.
ReplyDeleteबहुत ही मार्मिक।
ReplyDeleteसंवेदना के स्तर अमीर गरीब बराबर। बिल्कुल सत्य।
बहुत ही मार्मिक।
ReplyDeleteसंवेदना के स्तर अमीर गरीब बराबर। बिल्कुल सत्य।
यही है आज के जीवन का अभिशाप .
ReplyDeleteनहीं है अंतर गरीब या अमीर में
ReplyDeleteसंवेदनहीनता की कसौटी पर
इंसानियत मन से आती है , दिल से आती है , सोच से आती है , किसी के दर्द को महसूस करने से आती है , गरीब अमीर का कोई भेद नही इसमें !! लेकिन हम किधर जा रहे हैं ये सोचना जरुरी हो जाता है ? सार्थक पोस्ट शर्मा जी
सहमत आपकी बात से ... कोई अंतर नहीं है ... हर कोई आज संवेदनहीन हो रहा है ... जाने क्यों ...
ReplyDeleteबेहद दुःखद !
ReplyDeleteबहुत ही उम्दा ..... बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति .... Thanks for sharing this!! :) :)
ReplyDeleteकड़वा लेकिन सत्य--------------
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