(१)
अकेला मन
रिश्तों का समंदर
ढूंढे साहिल.
(२)
चलते रहे
बिना परवाह के
मिली मंज़िल.
(३)
कठिन राह
सपने भी अधूरे
रुकना नहीं.
(४)
जीवन राह
गहन है अँधेरा
दीप जलाओ.
(५)
लंबा सफ़र
सुनसान डगर
कितना चलें.
लिया गलत मोड़
भटक गये.
(७)
चलें तो सही
मिल जायेगी कभी
नयी मंजिल.
कैलाश शर्मा
अकेला मन
रिश्तों का समंदर
ढूंढे साहिल.
(२)
चलते रहे
बिना परवाह के
मिली मंज़िल.
(३)
कठिन राह
सपने भी अधूरे
रुकना नहीं.
(४)
जीवन राह
गहन है अँधेरा
दीप जलाओ.
(५)
लंबा सफ़र
सुनसान डगर
कितना चलें.
(६)
राह थी सहीलिया गलत मोड़
भटक गये.
(७)
चलें तो सही
मिल जायेगी कभी
नयी मंजिल.
कैलाश शर्मा
खूबसूरत ........
ReplyDeleteसुन्दर!
ReplyDeleteहाइकु में जाल बिछाया
ReplyDeleteअभिव्यक्ति की मछलियाँ मिली ....
हाइकु में जाल बिछाया
ReplyDeleteअभिव्यक्ति की मछलियाँ मिली ....
बहुत बढिया!!
ReplyDeleteबहुत सुंदर ..........
ReplyDeleteजीवन राह
गहन है अँधेरा
दीप जलाओ.
लाजवाब!!!
सादर.
वाह सभी के सभी सुन्दर है ।
ReplyDeleteवाह .... सभी हाइकु ज़िंदगी को जीने की कला सीखते हुये ... सुंदर प्रस्तुति
ReplyDeleteचलें तो सही
ReplyDeleteमिल जायेगी कभी
नयी मंजिल.
वाह ...बहुत बढिया
सब हाइकु सुंदर हैं...
ReplyDeleteइनपर हाइगा भी बने हुए हैं.
Harek haiku bahut khoob!
ReplyDeleteचलें तो सही
ReplyDeleteमिल जायेगी कभी
नयी मंजिल.
लाजवाब... आभार
बिना परवाह के चलते रहे..
ReplyDeleteऊर्जा और अर्थ से भरी तीन पंक्तियाँ
ReplyDeleteराह थी सही
ReplyDeleteलिया गलत मोड़
भटक गये.
एक और गलत मोड़ शायद फिर सही राह पर ला दी
बहुत खूबसूरत
सही है |
ReplyDeleteउत्कृष्ट प्रस्तुति
आभार ||
सभी हाइकु सुंदर........
ReplyDeleteयह बहुत कुछ कह जाती हैं संक्षेप में |बहुत अच्छे हाइकू
ReplyDeleteबहुत ही गहरे और सुन्दर भावो को सजाया है आपने.....
ReplyDeleteसभी हाइकु बहुत भावपूर्ण और सुन्दर हैं...
ReplyDeleteबेहतरीन भाव पुर्ण हाइकू ,बहुत सुंदर कोमल अभिव्यक्ति,लाजबाब प्रस्तुति,....
ReplyDeleteRECENT POST...काव्यान्जलि ...: यदि मै तुमसे कहूँ.....
RECENT POST...फुहार....: रूप तुम्हारा...
जीवन राह
ReplyDeleteगहन है अँधेरा
दीप जलाओ.
Jeevan se jude sunder Haiku....
छोटी बातें,बड़ी नसीहत !
ReplyDeleteउम्दा रचनाऎं !!
ReplyDeleteचलें तो सही
ReplyDeleteमिल जायेगी कभी
नयी मंजिल...........waah sabhi hayuk ek se badhkar ek . hardik badhai
राह थी सही
ReplyDeleteलिया गलत मोड़
भटक गये.
bahut umda haaiku ek se badhkar ek.
आपकी पोस्ट चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
ReplyDeleteकृपया पधारें
http://charchamanch.blogspot.in/2012/04/847.html
चर्चा - 847:चर्चाकार-दिलबाग विर्क
आभार..
Deleteसर, ये "हाइकू" क्या होता है?? मेरा मतलब, इसमें भाव संयोजन और पंक्तिबद्धता को कैसे परिभाषित करते हैं?
ReplyDeletePlease Reply,
धन्यवाद :)
हाइकु जापानी साहित्य की एक विधा है. संक्षिप्त में कहा जाये तो हाइकु १७ अक्षर की एक छोटी कविता है जिसकी पहली और तीसरी पंक्ति में ५ और दूसरी पंक्ति में ७ अक्षर होते हैं. संयुक्त अक्षर को १ अक्षर माना जाता है.
Deleteचलें तो सही
ReplyDeleteमिल जायेगी कभी
नयी मंजिल.
अनुपम भाव लिए सुंदर हाइकू ...बेहतरीन पोस्ट .
MY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: आँसुओं की कीमत,....
वाह ...जिंदगी के प्रति बेहद सटीक हाइकु ...
ReplyDeleteचलें तो सही
ReplyDeleteमिल जायेगी कभी
नयी मंजिल.
बहुत खूब.....!
JEEVAN CHALNE KA NAM,CHAL KAR HI PAOOGE NAM.MAT BHOOLO KI CHALNA HI ZINDAGI HAE
ReplyDeleteSABHI RACHNAYE ACHHI, BHAV PURNA
reading haikus in hindi first time..
ReplyDeleteall of them were powerful... conveying a lot in very lil words
Shandar
ReplyDeleteवाह! जी वाह! बहुत ख़ूब
ReplyDeleteकृपया इसे भी देखें-
उल्फ़त का असर देखेंगे!
कुछ अलग और असरदार ...
ReplyDeleteशुभकामनायें भाई जी !
जीवन दर्शन से जुड़े सुंदर हाइकु!
ReplyDeleteek par ek......
ReplyDeleteअकेला मन
ReplyDeleteरिश्तों का समंदर
ढूंढे साहिल.
सभी एक से बढ़कर एक
कठिन राह
ReplyDeleteसपने भी अधूरे
रुकना नहीं.
कर्म के लिए प्रेरित करती अच्छी पंक्तियां।
जीवन के लिये सदा प्रासंगिक.
ReplyDeleteसभी हाइकू एक से बढ़ के एक ... आशावादी विचार लिए ..
ReplyDeleteचलें तो सही
ReplyDeleteमिल जायेगी कभी
नयी मंजिल.
जीवन के प्रति सकारात्मक भाव ,जोश समेटे हाइकु .
सभी क्षणिकायें किसी न किसी सत्य को उजागर करतीं...सुंदर !
ReplyDeleteबेहतरीन रचना
ReplyDeletesabhi kshanikayen bahut achchhi hain...
ReplyDeleteबेहद सुंदर ।
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