Wednesday, February 08, 2012

हाइकु

   (१)
वक़्त बदला
मौके के अनुसार
रिश्ते बदले.


   (२)
माँ की ममता
छलकती आँखों से
डूबा है मन.


   (३)
सपने आते
यादों को जगा जाते
क्यों चले जाते?


   (४)
दर्द दिल में
बरसती है आँख
पता नहीं क्यूँ?


   (५)
शोषण करो
दोष दो गरीबों को
किस्मत पर.


   (६)
समझ जाता
जो होता मन बच्चा
बहलाने से.


   (७)
कच्ची दीवारें
मज़बूत हैं रिश्ते
गिरेंगी नहीं.

कैलाश शर्मा 

35 comments:

  1. समझ जाता
    जो होता मन बच्चा
    बहलाने से.
    शानदार हाइकू…………बेहतरीन

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  2. शोषण करो
    दोष दो गरीबों को
    किस्मत पर.
    sabhi haiku badhiya hai ......

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  3. स्पष्ट अर्थ प्रेषित करते हाइकू..

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  4. समझ जाता
    जो होता मन बच्चा
    बहलाने से.

    बहुत ही अच्‍छी प्रस्‍तुति ।

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  5. बहुत ही लाजवाब हैं सभी हाइकू ... सातों अपनी बात कहने में सफल ..

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  6. शानदार,बेहतरीन,बहुत ही लाजवाब सफल...हाइकू...बहुत ही अच्‍छी प्रस्‍तुति ।

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  7. वाह सर,
    बहुत बढ़िया हायेकु...
    अर्थपूर्ण....
    सादर.

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  8. बहुत ही अच्‍छी प्रस्‍तुति,लाजवाब हैं सभी हाइकू ...

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  9. बहुत ही लाजवाब हैं सभी हाइकू| धन्यवाद।

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  10. वक़्त बदला
    मौके के अनुसार
    रिश्ते बदले... प्रत्येक हाइकु में सत्य का सार है

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  11. आपकी पोस्ट चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
    कृपया पधारें
    http://charchamanch.blogspot.com
    चर्चा मंच-784:चर्चाकार-दिलबाग विर्क

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    1. (३)
      सपने आते
      यादों को जगा जाते
      क्यों चले जाते?
      Bahut sundar!
      Comment box nahee khula isliye yahan likh rahee hun! Kshama karen1

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  12. बहुत सुन्दर एवं यथार्थपूर्ण हाइकु लिखा है आपने! बेहद पसंद आया!

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  13. रचना बहुत अच्छी लगी,लाजबाब हाइकू...६ न० हाइकू बहुत अच्छा लगा

    MY NEW POST...मेरे छोटे से आँगन में...

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  14. वाह!!हर एक हाइकु बेहद अर्थपूर्ण है और सफलता पूर्वक भाव प्रेषित कर रहा है...
    आदरणीय सर,यदि आप अपने कुछ हाइकु हिन्दी-हाइगा पर भेजें तो हाइगा के रूप में इन्हें देखना और भी आनन्ददायक होगा|हिन्दी-हाइगा ब्लॉग पर इमेल प्रकाशित है|

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  15. समझ जाता
    जो होता मन बच्चा
    बहलाने से.

    Sunder Arthpoorn haiku....

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  16. लाजवाब हाइकू...बहुत ही अच्‍छी प्रस्‍तुति ।

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  17. सभी बढ़िया हैं ।

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  18. वाह बहुत बढिया |

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  19. संक्रमण है
    देखन में छोटन
    घाव गंभीर!

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  20. हायकू विधा में सुंदर प्रस्तुति.

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  21. सुन्दर प्रत्येक हाइकु बेहतरीन है ....

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  22. सारे के सारे हाईकू उम्दा व लाजवाब... आभा

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  23. प्रत्येक हाइकु सशक्त भाव लिए है... सादर

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  24. bahut uttam prerna dayak haaiku,paimaane par bhi khare utarte.

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  25. हृदय के भाव को दर्पण दिखाती..

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  26. कच्ची दीवारें
    मज़बूत हैं रिश्ते
    गिरेंगी नहीं.
    उम्दा व लाजवाब......

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  27. बहुत बेहतरीन और प्रशंसनीय.......
    मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।

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  28. सीमित शब्दों में गहरी बातें।
    बहुत बढि़या।

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  29. वाह वाह! सर...

    उम्दा हाईकू
    दर्पण बोलते हैं
    सत्य शास्वत


    सादर.

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