(१)
वक़्त बदला
मौके के अनुसार
रिश्ते बदले.
(२)
माँ की ममता
छलकती आँखों से
डूबा है मन.
(३)
सपने आते
यादों को जगा जाते
क्यों चले जाते?
(४)
दर्द दिल में
बरसती है आँख
पता नहीं क्यूँ?
(५)
शोषण करो
दोष दो गरीबों को
किस्मत पर.
(६)
समझ जाता
जो होता मन बच्चा
बहलाने से.
(७)
कच्ची दीवारें
मज़बूत हैं रिश्ते
गिरेंगी नहीं.
वक़्त बदला
मौके के अनुसार
रिश्ते बदले.
(२)
माँ की ममता
छलकती आँखों से
डूबा है मन.
(३)
सपने आते
यादों को जगा जाते
क्यों चले जाते?
(४)
दर्द दिल में
बरसती है आँख
पता नहीं क्यूँ?
(५)
शोषण करो
दोष दो गरीबों को
किस्मत पर.
(६)
समझ जाता
जो होता मन बच्चा
बहलाने से.
(७)
कच्ची दीवारें
मज़बूत हैं रिश्ते
गिरेंगी नहीं.
कैलाश शर्मा