हे जाने वाले वर्ष तुम्हारा अभिनन्दन,
नव जाग्रति लाने वाले, तेरा अभिनन्दन.
कुछ बीज नये बोये थे तुमने आँगन में,
प्रस्फुटित हो रहे अब मिट्टी के सीने से,
सोयी जनता ने ली है फिर से अंगड़ाई,
अनुपम उपलब्धि पर करते तेरा वन्दन.
जाने वाले को याद नहीं रखते जग में,
तुमको विस्मृत इतिहास नहीं होने देंगे,
ज्वालामुखी जगाया तुमने जन जन में,
मुट्ठी बन कर के हाथ करें, तेरा वन्दन.
नव वर्ष,विरासत की तुम रक्षा करना,
नन्हे पौधे बन वृक्ष लड़ें हर आंधी से,
भ्रष्टाचार जलायें बन प्रहलाद सभी,
ज्योतिर्मय हर पल, आगंतुक वन्दन.
हे आने वाले वर्ष तुम्हारा अभिनन्दन,
नव आशाओं के दीप जलें,तेरा वन्दन.
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !
कैलाश शर्मा
नव जाग्रति लाने वाले, तेरा अभिनन्दन.
कुछ बीज नये बोये थे तुमने आँगन में,
प्रस्फुटित हो रहे अब मिट्टी के सीने से,
सोयी जनता ने ली है फिर से अंगड़ाई,
अनुपम उपलब्धि पर करते तेरा वन्दन.
जाने वाले को याद नहीं रखते जग में,
तुमको विस्मृत इतिहास नहीं होने देंगे,
ज्वालामुखी जगाया तुमने जन जन में,
मुट्ठी बन कर के हाथ करें, तेरा वन्दन.
नव वर्ष,विरासत की तुम रक्षा करना,
नन्हे पौधे बन वृक्ष लड़ें हर आंधी से,
भ्रष्टाचार जलायें बन प्रहलाद सभी,
ज्योतिर्मय हर पल, आगंतुक वन्दन.
हे आने वाले वर्ष तुम्हारा अभिनन्दन,
नव आशाओं के दीप जलें,तेरा वन्दन.
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !
कैलाश शर्मा